अंतरिक्ष की दुनिया रहस्यों से भरी हुई हैं। अंतरिक्ष में हजारों की संख्या में एस्टेरॉयड हैं। इनमें कुछ छोटे तो कुछ इतने बड़े हैं कि यदि वे धरती से टकरा जाएं तो भयंकर तबाही मच सकती है। नासा के सेंटर फॉर नीयर अर्थ आब्जेक्ट स्टडीज के मुताबिक 10 अगस्त को यह धरती के बेहद करीब यानी 0.04977 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट्स की दूरी से गुजरेगा। इसके धरती से टकराने की आशंका 7000 में से एक के बराबर है। इसके बाद भी वैज्ञानिक इसके खतरे को कम नहीं आंक रहे हैं।
वैज्ञानिक चिली स्थित दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीन के जरिए इस पर नजर बनाए हुए हैं। यह एस्टेरॉयड अमेरिका की एम्पायर स्टेट बिल्डिंग से भी विशाल बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार खतरे को देखते इस पर लगातार रिचर्स लगातार चल रही है। नासा नए सिरे से इसका आकार-प्रकार को मापने में लगी हुई है। यह 263 दिनों में सूर्य का एक चक्कर लगा रहा रहा है।
वैज्ञानिकों ने 21 अगस्त 2006 को पहली बार इस एस्टेरॉयड की खोज की थी, तब भी इसके धरती से टकराने की आशंका जताई गई थी। वैज्ञानिकों ने तब लगातार 10 दिनों तक इस पर नजर रखी थी। यह धरती के बेहद नजदीक आ गया था, लेकिन इसके बाद यह उनकी नजरों से यह गायब हो गया था। अब नासा के वैज्ञानिकों को यह एस्टेरॉयड दोबारा नजर आया है। इसे लेकर वे बेहद सक्रिय हैं। (Symbolic photo)