Iran Israel drone attack : इजराइल पर ईरानी ड्रोन अटैक के साथ ही दोनों देशों में जंग शुरू हो गई। ईरान द्वारा छोड़े गए 100 से अधिक ड्रोनों को अमेरिका और ब्रिटेन की सेना ने इजराइल के हवाई क्षेत्र के बाहर पहले ही रोका जा चुका है। फ्रांस, ब्रिटेन समेत कई देशों ने ईरानी हमले की निंदा करते हुए इजराइल का समर्थन किया है।
इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य देशों को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। नेतन्याहू ने कहा कि हमारा डिफेंसिव सिस्टम तैनात है और हम किसी भी हालात के लिए तैयार हैं। इसराइल मजबूत है। सेना मजबूत है और जनता भी मजबूत है।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजनयिक ने इजराइल पर हमले का बचाव किया है। साथ ही उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अगर इसराइल ने उकसावे वाली कार्रवाई की तो इसके गंभीर अंजाम भुगतने होंगे। ईरान के राजनयिक ने अमेरिका को इस विवाद से दूर रहने की सलाह दी।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि हम इजराइल और ईरान के बीच दुश्मनी बढ़ने को लेकर गंभीर तौर पर चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा पर खतरा पैदा होता है। हम इस संघर्ष से पीछे हटने और दोनों देशों से अपने कदमों को रोकने के साथ बातचीत करने की अपील करते हैं।
ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने सेजॉर्न की निंदा के शब्दों और इजराइल के साथ-साथ जॉर्डन, इराक और क्षेत्र के अन्य भागीदारों की सुरक्षा के लिए खड़े होने की प्रतिज्ञा को दोहराया। उन्होंने कहा कि ईरान ने एक बार फिर दिखाया है कि वह अपने ही घर में अराजकता फैलाने का इरादा रखता है। अपने सहयोगियों के साथ, हम स्थिति को स्थिर करने और आगे बढ़ने से रोकने के लिए तत्काल काम कर रहे हैं। कोई भी अधिक रक्तपात नहीं देखना चाहता।