बीजिंग। चीन ने कहा है कि हांगकांग की आजादी की कोई संभावना नहीं है और एक ही देश में दो प्रणालियों के तहत यह पूर्व ब्रिटिश कॉलोनी चीन के अधीन है, हालांकि कुछ मतभेदों को काफी हद तक सहा जा सकता है।
गौरतलब है कि इस समय हांगकांग में आजादी की मांग को लेकर आंदोलन हो रहे हैं जिससे चीन के नेता चिंतित हैं। इस पूर्व ब्रिटिश कॉलोनी को चीन ने वर्ष 1997 में नियंत्रण में लिया था और उस समय 'एक देश दो प्रणाली' पर सहमति बनी थी जिसके तहत इसे स्वायत्ता प्रदान की गई थी।
हांगकांग के मामलों से जुड़े कार्यालय के प्रभारी वांग गुआंगया ने चीन समर्थक हांगकांग की एक पत्रिका 'द बाउहिनिया' को एक इंटरव्यू में बताया कि इस प्रणाली के तहत हांगकांग के लिए आजादी की कोई संभावना नहीं है और इसकी भी अपनी एक निश्चित सीमा है जिसे छेड़ा नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि चीन सरकार हांगकांग को लेकर पूरा धैर्य बरत रही है और जब तक देश के सिद्धांतों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है, तब तक हर तरह के मतभेदों को सम्मान के साथ बर्दाश्त किया जाएगा। (वार्ता)