डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक खान ने यहां मीडिया से कहा कि जो नेता समय रहते 'यू-टर्न' नहीं लेता, वह वास्तविक नेता नहीं है। उन्होंने इस संदर्भ में जर्मनी के नेता एडोल्फ हिटलर और फ्रांस के सैन्य नेता नेपोलियन बोनापार्ट की रूस के युद्ध में विफलता का जिक्र करते हुए कहा कि हिटलर और नेपोलियन दोनों को हार का सामना करना पड़ा, क्योंकि दोनों ने परिस्थिति के हिसाब से अपनी रणनीतियों में बदलाव नहीं किया था जिसके परिणामस्वरूप उनकी सेनाओं को रूस में असहाय होना पड़ा था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नेताओं को हमेशा राष्ट्र के बेहतर हितों और अपने कर्तव्यों की जरूरत के हिसाब से यू-टर्न लेने के लिए तैयार रहना चाहिए। दिलचस्प बात यह है कि विपक्ष हमेशा खान पर राजनीति में यू-टर्न लेने तथा राष्ट्र से किए गए वादों से पीछे हटने का आरोप लगाता रहा है। वास्तव में खान को प्राय: 'यू-टर्न का मास्टर' बताया जाता है।