इस्लामाबाद। जबसे जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से आर्टिकल 370 (Article 370) हटाया गया है और पाकिस्तान आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर होती जा रही है, तब से ही इमरान खान को पद से हटाए जाने की मांग में तेजी आ गई है।
उन्होंने वरिष्ठ पत्रकारों और विश्लेषकों के साथ चली बैठक में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम की ओर से उठाई जा रही मांगों के बारे में चर्चा कर मुद्रास्फीति के मुद्दों, बेरोजगारी और विदेश नीति को लेकर उचित कदम उठाए जाने की बात भी कही।
27 अक्टूबर को आजादी मार्च : सिंध से 27 अक्टूबर को आजादी मार्च निकाला जाना है। इमरान, फजलुर्रहमान की मांगों को लेकर उनसे मिलने को तैयार हैं। उन्होंने बैठक में साफ कह दिया है कि इस मुद्दे पर किसी भी तरह का गतिरोध नहीं बढ़ना चाहिए तथा मौलाना की ओर से 27 अक्टूबर को सिंध से आजादी मार्च के रूप में निकाले जाने वाले आंदोलन को हम रोकेंगे नहीं। यह आंदोलन 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद पहुंचेगा।