भारत ने परमाणु प्रौद्योगिकी जिम्मेदारी ठीक से निभाई: अमेरिका

Webdunia
बुधवार, 28 सितम्बर 2016 (14:10 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि भारत ने परमाणु प्रौद्योगिकी संबंधी अपनी जिम्मेदारी आमतौर पर ठीक से निभाई है, जबकि इसके पड़ोसी देश पाकिस्तान का परमाणु हथियारों का इतिहास तनावजनित रहा है। वॉशिंगटन स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए इस्लामाबाद के साथ काम कर रहा है।
 
अमेरिकी रक्षामंत्री एश्टन कार्टर ने उत्तरी डकोटा में मिनोट एयरफोर्स बेस में परमाणु प्रतिरोध को कायम रखने पर अपनी टिप्पणी में मंगलवार को कहा कि पिछले 25 वर्षों में परमाणु हथियारों का परिदृश्य बदल गया है। 
 
कार्टर ने कहा कि पाकिस्तानी परमाणु हथियारों का इतिहास तनावों से भरा रहा है। हालांकि वे अमेरिका के लिए सीधा खतरा नहीं हैं, फिर भी हम स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान के साथ काम करते हैं। 
 
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अपने परमाणु अस्त्रों को बढ़ाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया है, जबकि अन्य देशों ने अपने परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ इसके वितरण को भी तरजीह दी है। 
 
उन्होंने परमाणु प्रौद्योगिकी के संबंध में जिम्मेदारीपूर्ण रवैया निभाने के लिए भारत की तारीफ करते कहा कि अपने परमाणु शस्त्रों की गुणवत्ता एवं मात्रा बढ़ने के बावजूद चीन परमाणु क्षेत्र में अपने आपको पेशेवर की तरह पेश कर रहा है।
 
उत्तर कोरिया में परमाणु प्रौद्योगिकी पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि अमेरिका अपने परमाणु प्रतिरोध को बनाए रखे। अमेरिका का परमाणु प्रतिरोध हमारी सुरक्षा एवं रक्षा विभाग के सर्वोच्च प्राथमिकता मिशन का आधार है। 
 
यह उल्लेख करते हुए कि रूस लंबे समय से परमाणु शक्ति रहा है, कार्टर ने कहा कि मॉस्को द्वारा हाल में प्रदर्शित किए गए सैन्य शक्ति के खतरे और उसके द्वारा नई परमाणु हथियार प्रणालियां बनाए जाने से रणनीतिक स्थिरता के प्रति उसके नेता की प्रतिबद्धता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। (भाषा)
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