नई दिल्ली। लीबिया में अपहृत किए गए 7 भारतीय नागरिकों को रिहा कर दिया गया है। ट्यूनीशिया में भारत के राजदूत ने यह जानकारी दी। ये भारतीय आंध्रप्रदेश, बिहार, गुजरात और उत्तरप्रदेश राज्यों के रहने वाले हैं। 7 भारतीयों का बीते 14 सितंबर को लीबिया के अश्शरीफ से अपहरण किया गया था। नागरिकों के परिजनों ने केंद्र सरकार से रिहाई के प्रयास के लिए गुहार लगाई थी। लीबिया में भारत दूतावास नहीं है। ट्यूनीशिया स्थित भारतीय मिशन ही लीबिया में भारतीयों के लिए कार्य करता है।
async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"> >भारत ने गुरुवार को पुष्टि की थी कि पिछले महीने लीबिया में उसके 7 नागरिकों का अपहरण कर लिया गया था और उनकी रिहाई के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि अपहृत श्रमिक सुरक्षित हैं और ट्यूनीशिया में भारतीय मिशन उन्हें मुक्त करने के प्रयासों के लिए लीबिया सरकार के संपर्क में है।
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7 Indians who were kidnapped in #Libya released.
India doesn't have an embassy in Libya, India ambassador to #Tunisia Puneet Roy Kundal was instrumental in securing the release of the 7 Indians@IndiainTunisiapic.twitter.com/iQyiDOmj97
— DD News (@DDNewslive) October 12, 2020
async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"> >MEA के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था कि ट्यूनीशिया में हमारा दूतावास, जो लीबिया में भारतीय नागरिकों के कल्याण से संबंधित मामलों को संभालता है, लीबिया के सरकारी अधिकारियों तक पहुंच गया है। वहां मौजूद अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी भारतीय नागरिकों को बचाने में उनकी मदद लेने के लिए नियोक्ता को नियुक्त किया है।
उन्होंने यह भी कहा था कि अपहरणकर्ताओं द्वारा संपर्क किया गया और सबूत के तौर पर दिखाया गया कि भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं और अच्छी तरह से रख रहे हैं। सितंबर 2015 में भारतीय नागरिकों को वहां की सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर लीबिया की यात्रा से बचने के लिए एक सलाह जारी की गई थी। मई 2016 में सरकार ने अत्यधिक बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर इस उद्देश्य के लिए पूर्ण यात्रा प्रतिबंध लगा दिया। यह यात्रा प्रतिबंध अभी भी लागू है। (एजेंसियां)