अनुपमा जैन
मैक्सिको सिटी। नियति का चक्र, 117 वर्षीय बुजुर्ग ताउम्र अपना जन्म सर्टिफिकेट पाने के लिए भटकती रही। आखिरकार 117 वर्ष की उम्र में उन्हें जन्म प्रमाण-पत्र मिला लेकिन कुछ ही घंटो बाद जब वे एक हाथ में जन्म सर्टिफिकेट लिए हुए थीं, तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वे चल बसी।
शहर के समाजिक विकास विभाग के अनुसार इसी सप्ताह उन्होंने सुश्री लीरा को जन्म दिन का सर्टिफिकेट देने का फैसला कर लिया था। सर्टिफिकेट उन्हें मिल भी गया, लेकिन कल जब सर्टिफिकेट उनके हाथ में था, तभी वे चल बसीं। यानी वृद्धावस्था की पेंशन का एक भी चेक उन्हे नही मिल पाया। कौन जाने वे किस आर्थिक स्थिति में रहीं और उसी में दुनिया को अलविदा कर गई। (वीएनआई)