Rajkot Rajasthan News : राजकोट में सामूहिक विवाह समारोह में सात फेरों के लिए पहुंचे 50 युवक और युवतियों को तब झटका लगा जब उन्होंने पाया कि वहां ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। कार्यक्रम के आयोजकों के फरार होने की जानकारी के बाद युवाओं का 'आक्रोश' भी फूट पड़ा। उनका फोन भी नहीं लग रहा था। जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने विवाह समारोह को पूरा करने की जिम्मेदारी ली और आयोजन स्थल से चले गए वर पक्ष को वहां बुलाया। पुलिस ने पहल की और शनिवार को कम से कम 6 जोड़ों की मौके पर ही शादी कराने की व्यवस्था कराई।
अधिकारियों ने बताया कि शादी के आकांक्षी युवाओं की 'पीड़ा' को देखते हुए पुलिस ने पहल की और शनिवार को कम से कम छह जोड़ों की मौके पर ही शादी कराने की व्यवस्था कराई। सहायक पुलिस आयुक्त राधिका भारई ने बताया कि जब नवदंपति के तौर पर अपना जीवन शुरू करने के सपना संजोए 28 जोड़े व उनके परिजन विवाह स्थल पर पहुंचे तो वहां कोई व्यवस्था न पाकर हैरान रह गए।
उन्होंने जानकारी ली तो आयोजक भी गायब मिले और उनका फोन भी नहीं लग रहा था। राजकोट और अन्य जिलों के विभिन्न हिस्सों से आए परिवारों ने हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने विवाह समारोह को पूरा करने की जिम्मेदारी ली और आयोजन स्थल से चले गए वर पक्ष को वहां बुलाया।
सहायक पुलिस आयुक्त ने कहा, पुलिस द्वारा की गई व्यवस्था के बाद छह जोड़े विवाह बंधन में बंध गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कई जोड़े पहले ही पास के मंदिरों और अन्य जगहों पर शादी करने के लिए कार्यक्रम स्थल से जा चुके थे, लेकिन मौके पर मौजूद छह जोड़ों के लिए व्यवस्था की गई थी।
भारई ने कहा कि आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा क्योंकि शादी के इच्छुक लोगों के परिवार के सदस्यों ने दावा किया है कि आयोजकों ने समारोह की व्यवस्था के लिए प्रत्येक परिवार से 15000 रुपए लिए थे। परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि आयोजकों ने नवविवाहित जोड़ों के लिए उपहारों के साथ-साथ हर चीज की व्यवस्था करने का वादा किया था।