अखुंदजादा ने ईद-उल-फितर से पहले अपने भाषण में कहा कि बाहुबल के व्यर्थ इस्तेमाल के बजाय हकीकत स्वीकार करो... कब्जा खत्म करो। उसने कहा कि अमेरिकी आक्रांताओं और उनके सहयोगियों के लिए हमारा स्पष्ट संदेश है- अफगान मुस्लिम लोग न तो तुम्हारी ताकत और न ही तिकड़म से डरते हैं। वे तुम्हारे साथ संघर्ष में शहादत को अपने जीवन का अभिलाषित लक्ष्य मानते हैं।
उसने कहा कि तुम लोग महज किसी समूह या गुट का सामना नहीं कर रहे बल्कि एक देश का सामना कर रहे हो। (यदि अल्लाह ने चाहा तो) तुम विजेता नहीं बनने जा रहे। इस नेता का बयान ऐसे समय आया है, जब 2 दिन पहले काबुल में तालिबान के बम हमले में कम से कम 32 अफगान पुलिसकर्मी मारे गए और 78 घायल हो गए।