जंग की आहट, ईरान की मिसाइलों के जवाब में डोनाल्ड ट्रंप का हवा का शैतान B-2 बॉम्बर तैयार

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मंगलवार, 1 अप्रैल 2025 (18:31 IST)
मध्य पूर्व में एक बार फिर जंग के बादल मंडराने लगे हैं। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है और दोनों देशों की सैन्य तैयारियां दुनिया को दहशत में डाल रही हैं। ईरान ने अपनी घातक बैलिस्टिक मिसाइलों को तान दिया है तो जवाब में अमेरिका ने अपने सबसे खतरनाक और अदृश्य हथियार, B-2 स्पिरिट बॉम्बर को तैनात कर दिया है, जिसे 'हवा का शैतान' कहा जाता है। क्या यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत है? पूरी दुनिया सांस थामे इस सवाल का जवाब ढूंढ रही है।
 
ईरान की मिसाइलें तैयार, अमेरिका का जवाबी दांव
सूत्रों के मुताबिक ईरान ने पिछले हफ्ते अपने परमाणु कार्यक्रम को तेज करने और इजरायल-अमेरिका के खिलाफ सैन्य शक्ति प्रदर्शन की धमकी दी थी। इसके बाद तेहरान ने अपनी लंबी दूरी की मिसाइलों को तैनात कर दिया, जो इजरायल और अमेरिकी ठिकानों को निशाना बना सकती हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा, "हम दुश्मनों को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं। कोई भी हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
 
इसके जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तुरंत कदम उठाया। अमेरिका ने अपने सबसे घातक स्टील्थ बॉम्बर B-2 स्पिरिट को मध्य पूर्व में डिएगो गार्सिया बेस पर तैनात कर दिया। यह विमान रडार की पकड़ में नहीं आता और एक झटके में दुश्मन के ठिकानों को तबाह करने की क्षमता रखता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बॉम्बर 16 परमाणु बम या 80 पारंपरिक बम ले जा सकता है, जो इसे हवा में सबसे खतरनाक हथियार बनाता है।
ट्रम्प की चेतावनी- ईरान को मिटा देंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरान को खुली चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर ईरान ने कोई गलती की, तो हम उसे ऐसा सबक सिखाएंगे जो उसने कभी नहीं देखा होगा। हमारे पास B-2 जैसे हथियार हैं, जो पलक झपकते ही सब कुछ खत्म कर सकते हैं।" ट्रम्प की इस धमकी के बाद ईरान ने भी पलटवार करते हुए कहा कि वह किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार है। ईरानी सेना के कमांडर ने दावा किया, "हमारी मिसाइलें दुश्मन को धूल चटाने के लिए तैयार हैं।"
 
भारत के लिए क्यों सिरदर्द
यह तनाव भारत के लिए भी बड़ी चुनौती बन गया है। ईरान भारत का प्रमुख तेल आपूर्तिकर्ता रहा है, और मध्य पूर्व में किसी भी जंग का असर तेल की कीमतों पर पड़ेगा। इसके अलावा भारत के लाखों नागरिक इस क्षेत्र में काम करते हैं, जिनकी सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। विदेश मंत्रालय ने स्थिति पर नजर रखने की बात कही है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जंग छिड़ी, तो भारत को आर्थिक और कूटनीतिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
 
विश्व समुदाय इस तनाव को लेकर चिंतित है। रूस और चीन ने ईरान का समर्थन करने के संकेत दिए हैं, जबकि इजरायल और सऊदी अरब अमेरिका के साथ खड़े हैं। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है, लेकिन हालात बेकाबू होते दिख रहे हैं। क्या ईरान अपनी मिसाइलें दागेगा, या अमेरिका का B-2 बॉम्बर पहले हमला बोलेगा? यह सवाल हर किसी के जहन में है। फिलहाल, दुनिया की निगाहें मध्य पूर्व पर टिकी हैं, जहां से कभी भी बड़ी खबर आ सकती है। क्या यह सिर्फ शक्ति प्रदर्शन है, या सचमुच जंग की आहट? समय ही इसका जवाब देगा।

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