सेना के बयान में कहा गया, खुफिया जानकारी के अनुसार, हमले में मारे गए आतंकवादी आत्मघाती हमले की योजना बना रहे थे और अगले कुछ दिनों में इराक में आत्मघाती बम हमला करके निर्दोष लोगों को निशाना बनाना चाहते थे।
गौरतलब है कि इराक के ज्यादातर, लगभग एक तिहाई हिस्से से आईएस को खदेड़ा जा चुका है, लेकिन सीरिया सीमा के आसपास आईएस की मौजूदगी अभी भी इराक के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। (वार्ता)