डकहिल ने एक साक्षात्कार में कहा कि एक महिला जिसे हमने आईएस के चंगुल से छुड़ाया, को तीन दिन तक बिना खाना-पानी के कैद में रखा गया। उसके बाद, आतंकी उसके लिए प्लेट में चावल और मांस लेकर आए। महिला भूखी थी इसलिए वह जो मिला, खा गई। जब उसका पेट भर गया तो आतंकियों ने उससे कहा, ‘हमने तुम्हारे 1 साल के बेटे को छीन लिया था, उसे पकाया और वही तुमने अभी खाया।'
डकहिल ने कहा कि एक 10 साल की छोटी बच्ची का उसके पिता और पांच बहनों के सामने बलात्कार किया गया। जब आईएस ने करीब तीन साल पहले उत्तरी ईराक को अपने कब्जे में लिया, तो अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ नरसंहार किया। इराक की अधिकतर अल्पसंख्यक आबादी उत्तरी इराक में मुख्य रूप से सिंजर के चारों तरफ रहती है। इस इलाके को अब आईएस-विरोधी ताकतों ने अपने कब्जे में ले लिया है, मगर लड़ाई के चलते यह इलाका बड़े पैमाने पर ध्वस्त हो चुका है।
आईएस यजीदियों को, जो कि न ही अरब, न ही मुस्लिम होते हैं, शैतान के पुजारियों की तरह समझता है। आतंकियों ने ईराक में हजारों यजीदियों की हत्या कर दी है और महिलाओं और बच्चों को यौन गुलाम बनाकर रख लिया।