पहली बार कुलभूषण को इससे पहले 2 सितंबर कॉन्सुलर एक्सेस दिया गया था और भारत के उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया ने उनसे मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद भारत ने बयान जारी कर कहा था कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव पर गलतबयानी करने के लिए काफी दबाव बना रहा है। तब भारत ने एक बार फिर से कॉन्सुलर एक्सेस की मांग की थी जिससे अब पाकिस्तान ने ठुकरा दिया था।