मोदी ने मालदीव की संसद ‘मजलिस’ को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवादियों के न तो अपने बैंक होते हैं और न ही हथियारों की फैक्टरी, फिर भी उन्हें धन और हथियारों की कभी कमी नहीं होती। उन्होंने सवाल किया कि वे यह सब कहां से पाते हैं और उन्हें ये सुविधाएं कौन देता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी देशों को आतंकवाद से उसी तरह एकजुट होकर निपटने की जरूरत है, जिस तरह जलवायु परिवर्तन से निपटने की कोशिश की जा रही है। आतंकवाद को हराने और इसे पोषित करने वाली शक्तियों को दूर रखने की जरूरत है। इस अवसर को भारत और मालदीव को जाने नहीं देना चाहिए।
मालदीव का सर्वोच्च सम्मान : मोदी को मालदीव के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ देकर नवाजा गया। दूसरी बार प्रधानमंत्री बने मोदी को मालदीव के राष्ट्रपति ने सम्मानित किया। मालदीव की ओर से किसी विदेशी हस्ती को मिलने वाला यह सर्वोच्च सम्मान है। द्विपक्षीय वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने कुछ समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए तथा दोनों नेताओं ने दो रक्षा परियोजनाओं के उद्घाटन भी किए।