ताइपे। अमेरिका की प्रतिनिधिसभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से एशिया में तनाव गहरा गया है। एक और अमेरिका पूरी तरह ताइवान के साथ खड़ा नजर आ रहा है तो दूसरी तरफ चीन लगातार अमेरिका और ताइवान को चेतावनी दे रहा है। पल-पल की जानकारी...
-जापानी मीडिया के हवाले से खबर, जापान से 6 F-15 लड़ाकू विमानों ने भरी उड़ान।
-पेलोसी के विमान को एस्कार्ट करेंगे जापान से उड़े लड़ाकू विमान।
-नैंसी पेलोसी ताइवान से दक्षिण कोरिया रवाना।
-25 मिनट में ताइवान से निकलेगी नैंसी पेलोसी, दक्षिण कोरिया के लिए रवाना होगी।
-अमेरिका ने वन चाइना पॉलिसी का उल्लंघन किया।
-चीन के एक युद्धपोत के हम्बनटोटा बंदरगाह जाने को देश की सुरक्षा तथा हितों के खिलाफ करार देते हुए राज्यसभा में सरकार से इस मामले को श्रीलंका सरकार के साथ उठाने तथा देश के हितों की सुरक्षा करने की मांग की गई।
-मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कषगम के वाइको ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि श्रीलंका ने चीन के एक युद्धपोत को हम्बनटोटा बंदरगाह जाने की अनुमति दी है। इससे भारत की राष्ट्रीय और तटीय सुरक्षा प्रभावित हो सकती है क्योंकि यह साधारण युद्धपोत नहीं है और हथियारों से लैस होने के साथ-साथ यह एक टोही पोत है जो अनुसंधान का भी काम कर सकता है।
-अमेरिका की प्रतिनिधिसभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने बुधवार को कहा कि ताइवान की यात्रा पर पहुंचा अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल यह संदेश दे रहा है कि अमेरिका स्वशासी द्वीप के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं से पीछे नहीं हटेगा।
-ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन के साथ मुलाकात के बाद एक संक्षिप्त बयान में उन्होंने कहा, 'आज विश्व के सामने लोकतंत्र और निरंकुशता के बीच एक को चुनने की चुनौती है। ताइवान और दुनियाभर में सभी जगह लोकतंत्र की रक्षा करने को लेकर अमेरिका की प्रतिबद्धता अडिग है।'
-ताइवान को अपना क्षेत्र बताने और ताइवान के अधिकारियों की विदेशी सरकारों के साथ बातचीत का विरोध करने वाले वाले चीन ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के मंगलवार रात ताइवान की राजधानी ताइपे पहुंचने के बाद द्वीप के चारों ओर कई सैन्य अभ्यासों की घोषणा की और कई कड़े बयान भी जारी किए।
-चीन ने अमेरिकी राजदूत को बुलाकर ताइवान के एयरबेस का इस्तेमाल नहीं करने को कहा।
-चीनी बयान के जवाब में, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इस यात्रा को संकट या संघर्ष के लिए एक उत्साहजनक घटना बनने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने दोहराया कि यात्रा चीन के प्रति अमेरिका की लंबे समय से चली आ रही नीति के अनुरूप थी और देश की संप्रभुता का उल्लंघन नहीं करती है।
-हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों के बीच अमेरिका और इंडोनेशिया ने आपसी संबंधों के और मजबूत होने का संकेत देते हुए बुधवार को सुमात्रा द्वीप में वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया, जिसमें पहली बार अन्य देशों ने भी भाग लिया। 14 अगस्त तक चलेगा और इसमें थलसेना, नौसेना, वायुसेना और मरीन सभी भाग ले रहे हैं।
-चीनी सेना ने भी ताइवान को चारों ओर से घेर लिया है। ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास करेगा चीन।