कंप्यूटर मॉडलों के अनुसार, इसका सबसे अधिक संभावित कारण एक ब्लैक होल है, जो 1.4 खरब किलोमीटर से अधिक का नहीं है।
कीओ यूनिवर्सिटी के अंतरिक्षयात्री तोमोहारू ओका ने कहा कि आकाशगंगा में मध्यम द्रव्यमान वाले ब्लैक होल की यह पहली पहचान है। उन्होंने ‘द गार्जियन’ को बताया, यह नया ब्लैकहोल किसी पुराने छोटे तारामंडल का मूल भी हो सकता है। (भाषा)