वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस महीने दावोस में विश्व आर्थिक मंच में हिस्सा लेंगे और इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी बैठक की संभावना को बल मिला है। यह 18 वर्षों में पहली बार होगा जब अमेरिका के राष्ट्रपति वैश्विक आर्थिक नेताओं की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रपति वैश्विक नेताओं के साथ अपने ‘अमेरिका पहले’ के एजेंडे को आगे बढ़ाने के अवसरों का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप अमेरिकी कारोबार, अमेरिकी उद्योगों और अमेरिकी कर्मियों को मजबूत करने की अपनी नीतियों को प्रोत्साहित करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का जो संदेश यहां है, वह वही संदेश वहां लेकर जाएंगे। यही संदेश वह एशिया के अपने दौरे में लेकर गए थे। उनका एजेंडा अमेरिका पहले है।
सारा ने कहा कि ट्रंप का ध्यान अमेरिकी कारोबार और अमेरिकी कर्मियों को मजबूत करने वाली नीतियों को प्रोत्साहित करने पर 'अब भी 100 प्रतिशत केंद्रित है और वह इसे लेकर प्रतिबद्ध हैं।' उन्होंने कहा कि कैबिनेट और प्रशासन के कई वरिष्ठ सदस्य इस समारोह का हिस्सा होंगे।
विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक 2018 स्विट्जरलैंड के दावोस-क्लोस्टर्स में इस महीने बाद में आयोजित होगी जिसका विषय ‘‘क्रिएटिंग ए शेयर्ड फ्यूचर इन ए फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ होगा।
मोदी दो दिवसीय यात्रा पर 22 जनवरी को स्विट्जरलैंड जाएंगे, जहां वह विश्व आर्थिक मंच के पूर्ण सत्र में अहम भाषण देंगे। वर्ष 1997 के बाद ऐसा पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री दावोस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। (भाषा)