कांग्रेस का बड़ा हमला- मोदीजी, साझा बयान में पाकिस्तान के नाम का उल्लेख करना भूल गए

गुरुवार, 21 फ़रवरी 2019 (11:22 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस ने भारत और सऊदी अरब के साझा बयान में पाकिस्तान के नाम का उल्लेख नहीं होने पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और तंज कसते हुए कहा कि वह 'आतंकवाद पोषक' देश का नाम लिखना भूल गए।
 
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'मोदीजी ने 18 फरवरी 2019 को कहा- पाक से बातचीत का समय खत्म, अब कार्रवाई होगी। मोदी जी 20 फरवरी, 2019 को कह रहे हैंं‍ कि भारत-पाक बातचीत करेंगे जैसा मोदीजी मई 2014 से कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'आतंकवाद पोषक पाक का नाम साझा बयान में लिखना भूल गए, वाह मोदीजी।'
 

मोदी जी ने 18 फरवरी, 2019 को कहा-
पाक से बातचीत का समय ख़त्म, अब कार्यवाही होगी

मोदी जी 20 फरवरी,2019 को कह रहे-
भारत-पाक बातचीत करेंगे जैसा मोदी जी मई 2014 से कोशिश कर रहे हैं(Para 34)

और आतंकवाद पोषक पाक का नाम साँझा बयान में लिखना भूल गए

वाह मोदीजी।https://t.co/vQEX41JtLr pic.twitter.com/Dqsb99uute

— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 21, 2019
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सऊदी अरब के शाहज़ादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के बीच यहां हैदराबाद हाउस में हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में सहमति जताई गई। दोनों देशों ने निवेश, पर्यटन, आवास एवं सांस्कृतिक एवं मीडिया आदान प्रदान के पांच करारों पर हस्ताक्षर किए गए।
 
बैठक के बाद मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि अपने सामरिक वातावरण के संदर्भ में, हमने आपसी रक्षा सहयोग को मज़बूत करने और उसका विस्तार करने पर भी सफल चर्चा की है। पिछले हफ्ते पुलवामा में हुआ बर्बर आतंकवादी हमला, इस मानवता विरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है।
उन्होंने कहा, 'इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की आवश्यकता है। आतंकवाद का ढांचा नष्ट करना, इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों एवं उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है।'
 
प्रधानमंत्री ने कहा, 'साथ ही अतिवाद के खिलाफ सहयोग और इसके लिए एक मजबूत कार्ययोजना की भी जरूरत है, ताकि हिंसा और आतंक की ताकतें हमारे युवाओं को गुमराह न कर सकें। मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और भारत इस बारे में साझा विचार रखते हैं।
 

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