सोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ-इन ने बुधवार को कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप का परमाणु निरस्त्रीकरण शांति और हमारे लक्ष्य का रास्ता है।
दक्षिण कोरिया में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक में अपने एथलीटों को भेजने पर उत्तर कोरिया के सहमत होने के एक दिन बाद दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति का यह बयान आया।
मून ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें शांतिपूर्वक ओलंपिक आयोजित कराने के प्रयास करते रहने की जरूरत है। हमें उत्तर कोरिया के परमाणु मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की आवश्यकता है। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के प्रतिनिधियों ने विसैन्यीकृत क्षेत्र में पनमुनजोम में मंगलवार को दो साल बाद अपनी पहली आधिकारिक वार्ता की।
प्योंगयांग ने सोल में 1988 में हुए ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों का बहिष्कार कर दिया था लेकिन इस बार उसने अपने एथलीटों और अधिकारियों को ओलंपिक खेलों में भाग लेने के लिए भेजने का फैसला किया है। ओलंपिक खेल अगले महीने प्योंगचांग में होने हैं। हाल के महीनों में उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर तनाव बढ़ गया है।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक-दूसरे पर निजी हमले किए और युद्ध की धमकियां दी हैं।
मून ने कहा कि मैं चिंता और अविश्वास को दूर करूंगा जो हमारे लोगों की जिंदगी में गहराई तक बैठ गए हैं। चरणबद्ध तरीके से लोगों के साथ मैं शांतिपूर्ण और स्थिर जिंदगी की स्थिति पैदा करूंगा जो युद्ध की चिंताओं से मुक्त होगी। उन्होंने अपने दूसरे संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर परिस्थितियां ठीक रहीं तो वह उत्तर कोरिया के नेतृत्व से मिलना चाहेंगे।
मून ने कहा कि मैं उचित परिस्थितियों में किसी भी समय बैठक कर सकता हूं। लेकिन यह महज मुलाकात के लिए नहीं हो सकती। बैठक करने के लिए उचित परिस्थितियां होनी चाहिए और कुछ परिणाम निकलने का भरोसा होना चाहिए। वह उत्तर कोरिया के हथियार कार्यक्रम पर बातचीत करने का लंबे समय से समर्थन करते रहे हैं। (भाषा)