दूसरी तरफ समूह ने पिछले सप्ताह सुरक्षा चौकियों पर समन्वित हमलों की जिम्मेदारी ली है, हालांकि बांग्लादेश भागे रोहिंग्या मुस्लिमों ने इन हमलों के लिए म्यांमार की सेना को यह कहते हुए जिम्मेदार ठहराया है कि सेना उन्हें यहां से बलपूर्वक बाहर करने का प्रयास कर रही है।
म्यांमार की सरकारी एजेंसी ग्लोगल न्यू लाइट के मुताबिक एआरएसए अतिवादियों ने कोतनकाउक, माइनलुत और किकानपीन गांव तथा माउंग्टाव के 2 वार्डों में कुल 2,625 मकानों में आग लगा दी। सरकार ने एआरएसए को आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है। (वार्ता)