लाहौर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से हटाए गए नवाज शरीफ और उनके परिजन रविवार को दूसरी बार देश की शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधक संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के सामने पेश नहीं हुए। पनामा पेपर्स में शरीफ और उनके परिजन के खिलाफ धनशोधन और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए थे और इसी सिलसिले में एनएबी उनसे पूछताछ करना चाहता है।
एनएबी के प्रवक्ता असीम अली नवाजिश ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनके बेटे-बेटी (हसन, हुसैन, मरियम) और उनके दामाद कैप्टन (सेवानिवृत्त) सफदर को रविवार को एनएबी के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन उनमें से कोई भी नहीं आया। शरीफ, उनके बेटे-बेटी और दामाद को रविवार को उस मामले में समन किया गया था जिसमें आरोप है कि मरियम कुछ विदेशी कंपनियों की लाभार्थी हैं।
शरीफ और उनके बेटों (हसन और हुसैन) को शुक्रवार को धनशोधन और भ्रष्टाचार के एक अलग मामले में समन किया गया था, लेकिन वे उस दिन भी एनबीए के सामने पेश नहीं हुए। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर हम भ्रष्टाचार के अलग-अलग मामलों में शरीफ परिवार की जांच कर रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री ने एक पत्र में कहा था कि मेरे परिजन और मैं एनएबी की जांच में तभी शामिल होंगे, जब मुझे अयोग्य करार देने के खिलाफ दायर मेरी पुनर्विचार याचिका पर उच्चतम न्यायालय फैसला सुना देगा। न्यायालय अगले महीने की शुरुआत में शरीफ की अर्जी पर फैसला सुना सकता है। (भाषा)