वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मेजर इमरान मंगलवार को एक तलाशी अभियान के दौरान बाजार में हुए धमाके में मारे गए थे। इस घटना में 10 अन्य जख्मी भी हो गए थे। इसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने वाना बाजार में कर्फ्यू लगा दिया था जिससे 6,000 से ज्यादा दुकानों पर ताला लटकाना पड़ा था।
बाजार के मालिक अली वजीर ने बाजार को तबाह करने की निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान में तो हर जगह धमाके होते रहते हैं, लेकिन अंग्रेजों के जमाने में बने कानून का इस्तेमाल कर उनके समुदाय को जानबूझकर निशाना बनाया जाता है। (भाषा)