Delhi air pollution : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई, यहां लोगों का खुले में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। इस वजह से चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (ग्रैप) के तीसरे चरण को शुक्रवार को लागू कर दिया गया।
समीर ऐप के अनुसार, राजधानी में सुबह 9 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 411 दर्ज किया गया जो गंभीर श्रेणी में आता है। दिल्ली के 39 निगरानी स्टेशन में से कुल 27 स्टेशन ने वायु गुणवत्ता को गंभीर श्रेणी में दर्ज किया, जहां एक्यूआई 400 से अधिक रहा। अलीपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, आया नगर, बवाना, सीआरआरआई मथुरा रोड, आईजीआई हवाईअड्डा, आईटीओ, जहांगीरपुरी, मंदिर मार्ग, मुंडका, नजफगढ़, नेहरू नगर, नॉर्थ कैंपस, ओखला फेज 2, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, पूसा, आरके पुरम, रोहिणी और कई अन्य स्थानों पर एक्यूआई 400 से अधिक दर्ज किया गया।
दिल्ली-एनसीआर के लिए ग्रैप को वायु गुणवत्ता के चार चरणों में विभाजित किया गया है - चरण 1 खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के लिए जो 201 से 300 के बीच है। चरण 2 बहुत खराब एक्यूआई (301-400) के लिए, चरण 3 गंभीर एक्यूआई (401-450) के लिए और चरण 4 बेहद गंभीर एक्यूआई (450 से अधिक) के लिए होता है।
ग्रैप के तीसरे चरण के तहत दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में निर्माण गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई है। इसके तहत, एनसीआर से लगते राज्यों से आने वाली सभी अंतरराज्यीय बसों के यहां आने पर प्रतिबंध है। केवल इलेक्ट्रिक वाहनों, सीएनजी वाहनों और बीएस-4 और डीजल बसें ही यहां प्रवेश कर सकती हैं। इसके साथ ही निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर भी कड़ा प्रतिबंध लगाया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान (रात का तापमान) 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.6 डिग्री अधिक था। राजधानी में घना कोहरा छाया रहा, जिससे शुक्रवार को सुबह सात बजे सफदरजंग में दृश्यता घटकर 400 मीटर रह गई। दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 98 प्रतिशत दर्ज किया गया।