गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नववर्ष के मौके पर कहा था कि पाकिस्तान को अरबों डॉलर की मदद दी गई और वह आतंकवाद पर कार्रवाई करने को लेकर हमारे पूर्व शासकों को मूर्ख बनाता रहा। अमेरिकी प्रशासन के दबाव के बाद पाकिस्तान ने हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा समेत 72 आतंकवादी संगठनों को काली सूची में डाल दिया था।