पाकिस्तान की कोर्ट में अपने खिलाफ गैरजमानती वारंट घोषित होने पर गुलालाई इस्माइल ने इसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को खुश करने के लिए किया गया काम बताया है। गुलालाई इस्माइल ने पाकिस्तानी सेना के महिलाओं के साथ यौन शोषण करने को लेकर अपनी आवाज बुलंद की थी। वर्तमान में गुलालाई इस्माइल अमेरिका में निर्वासित जीवन बिता रही हैं।
गुलालाई पाकिस्तान के पश्तून समुदाय के लोगों के मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ आवाज उठाती हैं। पिछले दिनों जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ के वार्षिक अधिवेशन में आतंक के खिलाफ पाकिस्तान को आईना दिखाया और उसके बाद जब पाक पीएम इमरान खान ने कश्मीर के मुद्दे का रोना रोया, तब यूएन के बाहर गुलालाई इस्माइल अपने विरोध प्रदर्शन के चलते काफी चर्चा में आई थीं।