समाचार पत्र के अनुसार तकरीबन 1200 संदिग्ध जिनके बैंक खाते से एसबीपी ने लेन-देन पर रोक लगाई है उन्हें आतंकवाद निरोधक अधिनियम, 1997 के तहत ‘ए’ श्रेणी के तहत रखा गया है। गृह मंत्रालय और एसबीपी के अधिकारियों ने बताया कि अजहर को शीर्ष संदिग्धों की सूची में शामिल किया गया है, जिनके बैंक खाते से लेन-देन पर एसबीपी ने रोक लगाई है।
अखबार ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि अजहर के नाम को चतुर्थ अनुसूची की ‘ए’ श्रेणी में रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सरकार ने पठानकोट हवाई ठिकाने पर आतंकवादी हमला होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जेईएम प्रमुख को एहतियातन हिरासत में डाला हुआ है। नेशनल काउन्टर टेररिज्म अथॉरिटी (नाकटा) ने इस महीने की शुरूआत में तकरीबन 5500 नाम एसबीपी को भेजे थे।