पाकिस्तान की जनता अपनी सरकार चुनने के लिए आज मतदान कर रही है। चुनाव में हिंसा की आशंका के चलते प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध करने का दावा किया है, बावजूद इसके सुरक्षा की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। यही कारण है कि हिंसा के डर को देखते हुए पाकिस्तान में पहले ही 1000 कफन तैयार कर लिए गए हैं। यहां कुल 342 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। चुनाव में मुख्य मुकाबला इमरान खान की पार्टी पीटीआई और नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के बीच है।
खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान के आम चुनाव में आतंकियों का भी साया है। इस बार आतंकियों के आत्मघाती हमलों से चुनाव अभियान काफी प्रभावित हुआ। पेशावर के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि मतदान के दिन हिंसा की आशंका को देखते हुए उन्होंने एहतियातन पहले ही 1000 कफन तैयार करा लिए हैं। पेशावर के डिप्टी कमिश्नर इमरान हामिद शेख के अनुसार, हम शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया की उम्मीद करते हैं, लेकिन हम किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने बताया कि मतदान के कारण अफगानिस्तान के शरणार्थियों की गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई है। अफगान शरणार्थी अपने शिविरों तक सीमित रहेंगे। शेख ने कहा, हमने पेशावर में हवाई फायरिंग, गाड़ियों के शीशों पर चढ़ी काली फिल्म और बिना पंजीकरण वाले वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। शहर में मतदान के लिए कुल 1217 मतदान केंद्रों की व्यवस्था की गई है। इनमें से 655 मतदान केंद्र पुरुषों और 517 मतदान केंद्र महिलाओं के लिए हैं, जबकि 45 मतदान केंद्र संयुक्त होंगे जहां महिला और पुरुष दोनों मतदान कर सकेंगे।
मतदान के दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पेशावर में हिंसा का इतिहास रहा है और यह कई आतंकी हमले झेल चुका है। मतदान केंद्रों की सुरक्षा का जिम्मा पाकिस्तानी सेना और पुलिस के हाथ में है। मतदान केंद्रों पर सीसीटीव कैमरे भी लगाए गए हैं। मतदान केंद्रों के आसपास मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई गई है।
आम चुनाव में पाकिस्तान के कई कट्टर मौलवियों सहित 12570 से अधिक उम्मीदवार संसद और चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए चुनावी मैदान में हैं। नेशनल असेंबली के लिए 3675 और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 8895 उम्मीदवार चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। पाकिस्तान में कुल 110 राजनीतिक पार्टियां हैं। जिसमें से 30 सक्रिय हैं और अधिकतर चुनाव में अपना भाग्य आजमा रही हैं। आम चुनावों में 105955407 मतदाता हिस्सा लेंगे।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पार्टी पीटीआई के बीच चुनाव में कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। वहीं बिलावल भुट्टो जरदारी की अगुवाई वाली द पाकिस्तान पिपुल्स पार्टी (पीपीपी) भी रेस में है। अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सहित कई कद्दावर नेताओं के खिलाफ अदालती मामलों के कारण देश में अनिश्चितता का माहौल है। इस बार चुनावों में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा है।