मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार रहा है और उसने हमेशा आतंकवाद के सभी स्वरूपों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने एक आयोग द्वारा विश्वसनीय, पारदर्शी और स्वतंत्र जांच की पेशकश की है लेकिन भारत जांच से बच रहा है और टकराव का रास्ता चुन रहा है।
पाकिस्तान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सतर्क रहना चाहिए, साथ ही उसने चेतावनी दी कि भारत द्वारा किसी भी सैन्य दुस्साहस का निश्चित रूप से और निर्णायक रूप से जवाब दिया जाएगा और संघर्ष की स्थिति बढ़ने तथा उसके परिणामों की जिम्मेदारी पूरी तरह से भारत पर होगी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय सेना को पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई का तरीका, लक्ष्य और समय निर्धारित करने की खुली छूट दे दी है। उन्होंने इस हमले में शामिल आतंकवादियों और उनके आकाओं का पृथ्वी के अंतिम छोर तक पीछा करने और उन्हें उनकी कल्पना से परे कड़ी से कड़ी सजा देने का आह्वान किया है। (भाषा)