जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद बौखलाया पाकिस्तान (Pakistan) भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दे रहा था, लेकिन अब उसके तेवर ढीले पड़ गए हैं। 1965 और 1971 और कारगिल में मात खाने के पाकिस्तान को यह बात समझ में आ गई है कि आमने-सामने के युद्ध में उसे भारत से उसे करारी शिकस्त मिलेगी और उसकी तबाही तय है। भारत के खिलाफ पाकिस्तान का एकमात्र हथियार सिर्फ आतंकवाद है, जिसका वह पोषक बना हुआ है। भारत को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (imarn khan) के तेवर अब ढीले पड़ गए हैं।
इमरान खान ने सोमवार को गवर्नर हाउस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन में कहा कि हम युद्ध में परमाणु हथियार का प्रयोग नहीं करेंगे। इमरान ने कहा कि दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं। यदि तनाव बढ़ता है तो यह पूरी दुनिया के लिए खतरा होगा। हम अपनी तरफ से पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
इससे पहले पिछले शुक्रवार को देश को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। चाहे परमाणु हमला ही क्यों ना करना पड़े, लेकिन अतंरराष्ट्रीय स्तर पर जब पाकिस्तान की बात को नहीं सुना गया तो अब उसके सुर नरम पड़ने लगे हैं।
इससे पहले पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद परमाणु हथियारों पर मसकरा बयान दिया था। रशीद ने कहा था कि हमारे देश के पास आधा पाव या पाव भर के ही एटम बम हैं। रशीद ने पाकिस्तान दैनिक द न्यूज के हवाले से कहा था कि पाकिस्तान (Pakistan) के पास 125-250 ग्राम के परमाणु बम (सामरिक परमाणु हथियार) हैं, जो भारत के किसी भी हिस्से को निशाना बनाने में सक्षम हैं।