मानागुआ। मध्य अमेरिकी देश निकारागुआ में पिछले दो माह से जारी राजनीतिक अशांति को खत्म करने के लिए सरकार और स्थानीय नागरिक समूहों के बीच शुरू हुई वार्ता शुक्रवार को तब बाधित हो गई जब विरोध प्रदर्शनों के दौरान भड़की हिंसा की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग को सरकार ने ठुकरा दिया।
सरकार के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में 170 लोग मारे जा चुके हैं। निकारगुआ की सड़कों पर कई सप्ताह तक चले हिंसक प्रदर्शनों के बाद कैथोलिक चर्च की मध्यस्थता के बाद राष्ट्रपति डैनियल ओर्टेगा बातचीत के लिए राजी हुए थे।
इस वार्ता का उद्देश्य लोकतांत्रिक सुधार लाने का भी लक्ष्य था। वार्ता के दौरान राजधानी मानागुआ में हिंसा की ताजा रिपोर्टों के अलावा वार्ताकारों के बीच असहमति की बातें सामने आईं। स्थानीय टेलीविजन ने विश्वविद्यालय परिसर के पास पुलिस की ओर से फायरिंग का फुटेज प्रसारित किया।
विश्वविद्यालय के छात्रों ने ओर्टेगा के बढ़ते तानाशाही शासन के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व किया। सरकार ने प्रदर्शन के दौरान हुई हत्याओं और अन्य अपराधों की जांच के लिए दो अंतरराष्ट्रीय आयोगों और यूरोपीय संघ की एक टीम को अनुमति देने के लिए चर्च द्वारा पेश प्रस्ताव को खारिज कर दिया। (वार्ता)