'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक राणा ने बीबीसी उर्दू को दिए साक्षात्कार में कहा कि इन आतंकी संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकती है, क्योंकि इनकी गतिविधियों में पाकिस्तान सरकार खुद शामिल है।
कानून मंत्री से जब इन संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस तरह की संभावना को खारिज कर दिया। राणा ने कहा कि आप कैसे उन संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं, जब सरकार खुद उनकी गतिविधियों में शामिल हो।
गौरतलब है कि जमात का मुखिया मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद है, वहीं जैश का नेतृत्व पठानकोट एयरबेस हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर करता है। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित इन संगठनों को मदद के आरोपों को पाकिस्तान पहले भी खारिज कर चुका है, लेकिन राणा के खुलासे से अब पाकिस्तान पर इन आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने की उम्मीद है। (वार्ता)