जिन्ना अस्पताल की अधिकारी सीमी जमाली ने बताया कि डाक्टरों ने यौन हमले का सबूत पाया है। उसे सिर में चोट आई है। सीमी ने बताया कि जिन्ना अस्पताल में किसी महिला मेडिको लीगल अधिकारी नहीं होने की वजह से बच्ची का शव ऑटोप्सी के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया था।