सिडनी। हम में से अधिकतर लोग इस बात से वाकिफ हैं कि नियमित व्यायाम हमारे स्वास्थ्य व दीर्घायु जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन व्यस्त दिनचर्या के कारण कई लोग व्यायाम के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। हालांकि एक नए अध्ययन के अनुसार कई अंतराल में सीमित समय के लिए व्यायाम कर भी आप बेहतर स्वास्थ्य पा सकते हैं।
अध्ययन में पाया गया कि जो लोग बिलकुल भी व्यायाम नहीं करते, उनकी तुलना में पूरे दिन में कम से 3 या 4 मिनट के लिए किसी तरह की कठोर शारीरिक गतिविधि करने से समय से पहले (अकाल) मौत का खतरा कम हो सकता है।
अध्ययन में हमने यूके बायोबैंक अध्ययन से 25,241 प्रतिभागियों को शामिल किया जिन्होंने बताया कि वे सप्ताह में 1 बार से अधिक कोई व्यायाम या सैर-सपाटा नहीं करते हैं। इनमें से करीब 56 प्रतिशत प्रतिभागी महिलाएं थीं जिनकी औसत आयु लगभग 62 वर्ष थी।
व्यायाम के सटीक स्तर का पता लगाने के लिए हमने प्रतिभागियों को स्मार्टवॉच जैसे 'फिटनेस ट्रैकर' दिए, जिसे उन्होंने एक सप्ताह तक कलाई पर बांधे रखा। इसने हमें उनकी पूरे दिन की गतिविधियों के सटीक स्तर का पता लगाने में मदद मिली, क्योंकि लोगों के लिए अपनी सभी गतिविधियां याद रखना आसान नहीं होता।
फिर हमने अध्ययन की शुरुआत में एकत्र किए गए आकंड़ों को प्रतिभागियों के 'क्लिनिकल रिकॉर्ड' के साथ औसतन लगभग 7 वर्षों के बाद जोड़ा। इससे हमें यह पता लगाने में मदद मिली कि यदि किसी प्रतिभागी का इस दौरान निधन हुआ था और हुआ था तो उसकी वजह क्या थी?
हमने उन कारकों, जैसे किसी व्यक्ति के खानपान और उसके धूम्रपान करने से संबंधित आंकड़ों का सांख्यिकीय रूप से विश्लेषण करने की कोशिश की। हमने अध्ययन में उन प्रतिभागियों के आंकड़ों को शामिल नहीं किया जिन्हें कैंसर या हृदय संबंधी कोई बीमारी हो गई। इन 7 वर्ष में जिन प्रतिभागियों की मौत पहले 2 वर्ष में हो गई, उनके आंकड़े भी अध्ययन में शामिल नहीं किए गए। इससे हमें यह सुनिश्चित करने में मदद मिली कि अध्ययन के नतीजे वैज्ञानिक आधार पर अधिक सटीक हों।
औसतन प्रतिभागियों ने हर दिन 8 बार थोड़े-थोड़े समय (साढ़े 4 मिनट के लिए) के लिए व्यायाम किया। इस प्रकार की शारीरिक गतिविधियों के कुछ उदाहरण बच्चों व पालतू जानवरों के साथ खेलना, खरीदारी करना, तेजी से ऊंचाई पर जाना या ट्रेन पकड़ने के लिए दौड़ना आदि हैं।
अध्ययन में पाया गया कि हर दिन 4 बार थोड़े समय के लिए ऐसी गतिविधियां करने से समय से पूर्व (अकाल) मौत के 40 प्रतिशत की कमी आई, यहां तक कि कैंसर के मामलों में भी। इससे हृदय संबंधी बीमारी से मौत का खतरा भी 49 प्रतिशत कम हुआ।(भाषा)