जयशंकर की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब हाल ही में पाकिस्तान ने इस बात की पुष्टि की है कि उसके विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी अगले महीने गोवा में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की अहम बैठक में शामिल होने के लिए भारत आएंगे।
जयशंकर ने यहां पनामा की विदेश मंत्री जनैना तेवाने मेंकोमो के साथ एक संयुक्त वार्ता में सोमवार को कहा, हम दोनों एससीओ के सदस्य हैं। इसलिए, हम आमतौर पर बैठकों में भाग लेते हैं। हम इस साल (एससीओ) के अध्यक्ष हैं। इसलिए, बैठक भारत में हो रही है। मुद्दे की बात यह है कि हमारे लिए एक ऐसे पड़ोसी के साथ जुड़ना बहुत मुश्किल है, जो हमारे खिलाफ सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
जयशंकर ने कहा, हमने हमेशा कहा है कि उन्हें सीमा पार आतंकवाद को प्रोत्साहित, प्रायोजित और शह नहीं देने की प्रतिबद्धता को पूरा करना होगा। हमें उम्मीद है कि एक दिन हम उस मुकाम पर जरूर पहुंचेंगे।