फ्रांस में 72 साल की महिला के साथ वर्षों तक सामूहिक बलात्कार कांड ने उजागर की पशुता

France Sensational Rape Case: फ्रांस में कई वर्षों तक चले सामूहिक बलात्कार का एक ऐसा कांड उजागर हुआ है, जो मानवीय अधःपतन का ही नहीं, पशुता का भी अविश्वसनीय उदाहरण है।

यहां 72 वर्षीय एक फ्रांसीसी महिला के साथ न केवल उसके पति ने, बल्‍कि पति की सहमति से दर्जनों अन्य मर्दों ने भी सैकड़ों बार बलात्कार किया है। यह सिलसिला कई सालों तक चला। दक्षिणी फ्रांस के अविग्नों शहर की एक अदालत में चल रही इस मामले की सुनवाई के समय पीड़िता की सनसनीखेज़ गवाही ने सबको अवाक कर दिया।

नशीले पदार्थ देता था पति : सरकारी अभियोजक के कार्यालय के अनुसार 72 वर्षीय जिज़ेल पी. ने अपनी पहली गवाही में बताया कि उसका पति वर्षों तक उसे बेहोश कर देने वाले नशीले पदार्थ दिया करता था और अनजान लोगों से कहा करता था कि वे चाहें तो उसके साथ बेझिझक बलात्कार कर सकते हैं। जिज़ेल के बयानों के अनुसार उसे अपने साथ हो रहे अपराधों के बारे में केवल चार साल पहले तब पता चला, जब उसका पति किसी दूसरे कारण से पुलिस और न्याय प्रणाली का निशाना बना।

पति ही नहीं, 50 और बलात्कारीः इस महिला ने अपने पति और 50 अन्य प्रतिवादी बलात्कारियों के खिलाफ शुरू हुए मुकदमे के दौरान अपने पहले बयान में कहा, "मेरी दुनिया ढह गई है, सब कुछ ढह गया है।" जांचकर्ताओं ने उसके पति दोमिनीक पी. के कंप्यूटर पर मिलीं उसकी पत्नी के साथ उसके और अन्‍य दूसरे बलात्कारों की हज़ारों तस्वीरें और वीडियो ज़ब्त कर लिए हैं। तस्वीरों और वीडियो में दिखाई पड़ने वाले दृश्यों की अपने मन पर पड़ी छाप के बारे में जिज़ेल ने अदालत में कहा, "मैं बिस्तर पर बेसुध पड़ी हूं और मेरे साथ बलात्कार किया जा रहा है। ये बर्बर दृश्य हैं। मेरे लिए ये डरावने दृश्य हैं... मर्दों ने मेरे साथ भूसा-भरी गुड़िया की तरह, कूड़े के थैले की तरह व्यवहार किया।"

जिज़ेल का पति दोमिनिक पी. अदालत में सिर झुकाकर उसकी बातें सुनता रहा। जिज़ेल ने पति को तलाक देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस 71 वर्षीय नराधम के बारे में अधिकारियों को 2020 में तब पता चला, जब उसने एक शॉपिंग सेंटर में महिलाओं के स्कर्ट के नीचे से उनके वीडियो बनाए। बाद की खोजों के दौरान, जांचकर्ताओं को लगभग दस वर्षों की अवधि में उसकी पत्नी के साथ हुए लगभग 200 बलात्कारों को दिखाने वाली तस्वीरें और वीडियो मिले।

92 मामलों में अन्य बलात्कारीः सरकारी अभियोजक के अनुसार जिज़ेल के साथ अधिकांश बलात्कार उसके पति द्वारा ही किए गए थे। 92 मामलों में बलात्कारी दूसरे अनजान पुरुष थे। पति दोमिनिक पी. ने पूछताछ के दौरान माना किया कि वह अपनी पत्नी को दर्द-निवारक तेज़ दवा देकर उसे बेसुध कर दिया करता था और तब एक प्रतिबंधित वेबसाइट के माध्यम से मिले लोगों द्वारा मुफ्त में उसके साथ बलात्कार करवाता था। बलात्कार के दौरान उसकी पत्नी बेहोश रहती थी।

14 आरोपियों ने अपना दोष स्वीकारा : दोमिनिक पी. के बनाए वीडियो और तस्वीरों के माध्यम से ही जांचकर्ता 50 अन्य बलात्कारियों की पहचान करने और उन पर आरोप लगाने में सक्षम हो सके। दोमिनिक पी. की ही तरह उनमें से 14 ने अदालत में अपना दोष स्वीकार कर लिया। बाकी लोग अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से इनकार करते रहे। जिज़ेल ने इन प्रतिवादियों को अदालत में संबोधित करते हुए कहा: "अपने जीवन में कम से कम एक बार तो अपने कर्मों की ज़िम्मेदारी ले लो!"

फ्रांस को झकझोर दियाः अधिक आयु की किसी महिला के साथ बार-बार बलात्कार वाले इस मामले के विवरण और उनकी गंभीरता ने फ्रांस को झकझोर दिया है। पर यह भी उजागर कर दिया है कि अपने आप को बहुत सुसभ्य, सुशिक्षित और सुसंस्कृत बताने वाले पश्चिमी देशों के बाहर से गोरे दिखने वाले लोग भीतर से कितने काले भी हो सकते हैं। 72 वर्षीय जिज़ेल पी. ने अदालत से कहा कि मैं उन सभी महिलाओं की ओर से बोल रही हूं, जो नशीली दवाओं का सेवन करती हैं, पर उनके परिणामों के बारे में नहीं जानतीं। मैं ऐसा उन सभी महिलाओं के लिए कर रही हूं, जो शायद इसे कभी नहीं जानती थीं कि दवा के बहाने से उनके साथ क्या कुछ हो सकता है।

इस घिनौने कांड की जांच के दौरान ही दोमिनिक पी. की बेटी को पता चला कि उसके बाप ने उसके भी कई नग्न फ़ोटो बनाए हैं और उन्हें अपने कंप्यूटर में जमा कर रखा है। अदालत में सुनवाई के समय वह यह कहती हुई बिफर पड़ी कि ''मेरी मां कि तरह यह मेरे लिए भी एक असह्य आघात है कि मैं भी अपने बाप की एक निरीह शिकार बन गई थी।'' बेटी ने अपने पिता के कुकर्मों पर एक पुस्तक लिखी है। शीर्षक दिया हैः ''और मैंने तुम्हें पापा कहना बंद कर दिया।''

20 साल तक की सज़ाः मां जीज़ेल पी. का रोना है कि अपने ही पति की नीचता के कारण उसने अपने जीवन के ऐसे दस बहुमूल्य वर्ष खो दिए, जो कभी वापस नहीं मिलेंगे। मुख्य अपराधी दोमिनिक पी. से इतर इस मामले से जुड़े अन्य लोगों को 20 साल तक की जेल की सज़ा हो सकती है। 2 सितंबर को शुरू हुई अदालती कार्रवाई अभी 20 दिसंबर तक चलने वाली है। अन्य पश्चिमी देशों के मीडिया में इस अनोखे कांड की चर्चा नहीं के बराबर है। किंतु, ऐसा ही कुछ यदि भारत में हुआ होता, तो सारी दुनिया में ढिंढोरा पिटने लगता कि ''भारत बलात्कारियों का देश है। दिसंबर 2012 में दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार के 'निर्भया कांड' के बाद से पश्चिमी मीडिया ने भारत की यही छवि बना रखी है।

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