काबुल। अफगानिस्तान की पहली महिला गवर्नर सलीमा मजारी को तालिबान ने गिरफ्तार कर लिया है। बल्ख प्रांत की गवर्नर मजारी ने राष्ट्रपति अब्दुल गनी की तरह तालिबान के सामने घुटने नहीं टेके। वह बंदुक उठाकर उस वक्त तक तालिबानी लड़ाकों का सामना करती रहीं जब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर लिया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने महिला गवर्नर और वॉरलॉर्ड्स सलीमा मजारी को पकड़ लिया है। मजारी बल्ख प्रांत की गवर्नर हैं और वह आखिरी वक्त तक तालिबानी लड़ाकों का सामना करती रहीं। जब बल्ख प्रांत पर तालिबान ने कब्जा कर लिया तब वहां के चाहर जिले से इस बहादुर महिला को गिरफ्तार कर लिया गया।
1980 में ईरान में जन्मीं सलीमा सोवियत वॉर के वक्त परिवार समेत अफगानिस्तान आई थीं। उन्होंने तेहरान यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है, लेकिन बाद में अफगानिस्तान में अपना राजनीतिक करियर बनाया।
2018 में सलीमा मजारी को पता चला कि अफगानिस्तान के बल्ख में गर्वनर का पद खाली है। उन्होंने आवेदन किया और फिर उन्हें गर्वनर चुन लिया गया।
सोशल मीडिया पर सलीमा की गिरफ्तारी की खबर तेजी से वायरल हुई। दुनियाभर से लोग तालिबान से इस बहादुर महिला की रिहाई की अपील कर रहे हैं।