तालिबान में खुलेंगे सिनेमाघर, लेकिन 37 फिल्मों में सिर्फ एक महिला अभिनेत्री
रविवार, 28 अगस्त 2022 (17:30 IST)
एक साल बंद रहने के बाद जहां कई लोग अफगान सिनेमाघरों के फिर से खुलने की खुशी मना रहे हैं, वहीं इसमें महिलाओं के अधिकारों की उल्लंघन के बारे में भी लोग गंभीर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। तालिबान के कब्जे के बाद करीब एक साल बाद अफगानिस्तान में खुलने जा रहे सिनेमाघर, 37 फिल्मों में केवल एक महिला एक्टर
अफगानिस्तान का कब्जा होते ही तालिबान ने यहां कला, संगीत और स्कूलों में पढाई आदि तमाम तरह की संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इस बीच खबर है कि तालिबान में अब करीब एक साल के बाद सिनेमाघरों में फिल्मों के शो शरू होने जा रहे हैं। यानी यहां मनोरंजन के लिए फिल्में दिखाई जाएगी। हालांकि सिनेमाघरों में शो को अनुमति जरूर दे दी गई है, लेकिन इन फिल्मों में महिला कलाकारों की भूमिकाएं न के बराबर है। तालिबान ने पिछले साल अगस्त के महीने में तालिबान पर कब्जा जमाया था। अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद तालिबान ने देश में कई तरह के प्रतिबंध भी लगा रखे हैं। खासकर महिलाओं को लेकर तालिबान का रवैया पुराने जैसा ही है।
खामा प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक यहां 37 फिल्में और डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित होने जा रही हैं। लेकिन आतिफा मोहम्मदी नाम की एकमात्र महिला अभिनेत्री हैं, जिसने एक फिल्म में भूमिका निभाई है। दूसरी तरफ फिल्मों के अभिनेता सिनेमाघरों के फिर से खुलने से खुश हैं और उन्होंने कहा कि उन्हें फिल्मों के निर्माण के लिए धन उपलब्ध कराना होगा। एक कलाकार अब्दुल साबोर खिनजी ने कहा, एक साल बाद सिनेमा के दरवाजे फिर से खुल गए हैं। हम खुश हैं।'
उन्होंने कहा, 'हमने अपनी पॉकेट मनी से फिल्मों पर खर्च किया है। मीडिया पोर्टल के अनुसार, एक अन्य कलाकार फैयाज इफ्तिखार ने कहा, हम अपना काम करके खुश थे। काबुल निवासी ज़हरा मुर्तज़ावी ने एक महत्वपूर्ण संदेश देते हुए कहा, 'इस क्षेत्र में महिलाओं को प्रतिबंधित नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह महिलाओं का अधिकार है। मुझे नहीं लगता कि महिलाओं की उपस्थिति के बिना कोई फिल्म अच्छी लगती है।'