रहीमुल्ला हक्कानी ने पाकिस्तान में दारुल उलूम हक्कानिया से स्नातक किया था, जो लंबे समय से तालिबान से जुड़ा एक इस्लामी विश्वविद्यालय है। तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने रहीमुल्ला हक्कानी की मौत को स्वीकार करते हुए उन्हें 'महान व्यक्तित्व' का धनी बताया। उन्होंने कहा कि हक्कानी 'दुश्मन के क्रूर हमले' का शिकार हुए हैं। फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है। अभी तक अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकी तालिबान और नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। तालिबान के आने के बाद इन हमलों में बढ़ोतरी आई है।(फ़ाइल चित्र)