लेकिन इस ध्रुवीय इलाके में 3.6 किलो सलाद, 18 खीरे और 70 मूलियां, पैदा की गईं। यह सब जर्मन पोलर रिसर्च स्टेशन नॉयमायर थ्री के पास बने एक ग्रीन हाउस में उगाया गया है। यहां सब्जियों का विकास एक खास तरह के पोषक घोल पर निर्भर हैं जिनका एक कंप्यूटर नियंत्रित सिस्टम से कुछ-कुछ मिनट के अंतर पर छिड़काव किया जाता है।
जर्मन एयरोपस्पेस सेंटर, डीएलआर, से जुड़े पॉल साबेल ने बताया कि पहली बार बीजों को फरवरी में बोया गया और तभी से इन सब्जियों के पौधों के बढ़ने का बड़ी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। उम्मीद की जा रही है कि इसी साल मई महीने के बाद वे हर हफ्ते 4-5 किलो सलाद, टमाटर, खीरा, मूलियां, मिर्च और दूसरी कुछ साग सब्जियां उगाने में सफल होंगे।
एक साल की इस परियोजना के तहत जर्मन वैज्ञानिक जो जानकारी जुटाएंगे उसका भविष्य में चंद्रमा और मंगल ग्रह के अभियानों में इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही, जिस ग्रीनहाउस का इस्तेमाल नॉयमायर स्टेशन ने किया है उसे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।