इस दिवस के जरिए दुनियाभर के देशों और नागरिकों के बीच शांति के संदेश का प्रचार व प्रसार किया जाता है। इसके लिए यूएनओ दवारा कला, साहित्य, सिनेमा तथा अन्य क्षेत्र की मशहूर हस्तियों को शांतिदूत के तौर पर नियुक्त भी किया गया है। हर साल यह दिवस अलग-अलग थीम पर मनाया जाता है।
1982 में पहली बार मना विश्व शांति दिवस : इस 'विश्व शांति दिवस' को 1982 में पहली बार मनाया गया था तथा उसके लिए ‘Right to Peace of People’ विषय का चयन किया गया था। सन् 2001 तक पहले इसे हर साल सितंबर महीने के तीसरे मंगलवार को मनाया जाता था लेकिन अब हर साल 21 सितंबर को यह दिवस मनाया जाता है और इसे 'विश्व शांति दिवस' के नाम से जाना जाता है। इसका उद्देश्य संपूर्ण विश्व के लोगों के बीच शांति स्थापित करना है।
सफेद कबूतर उड़ाए जाते हैं : सफेद कबूतर शांति के प्रतीक होते हैं अत: इस दिन इन कबूतरों को उड़ाकर विश्वभर में शांति का संदेश दिया जाता है। इस दिवस के अवसर पर आप #PeaceDay और #ClimateAction के द्वारा विश्वभर के नागरिक जलवायु परिवर्तन के निवारण के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ अपने विचारों और सुझावों को साझा कर सकते हैं।
नेहरूजी ने भी दिया था विश्व शांति का संदेश : विश्वभर में शांति स्थापित करने के लिए भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने 5 मूल मंत्र देकर पंचशील के सिद्धांत की अवधारणा रखी थी। इन सिद्धांतों के अनुसार विश्व में शांति की स्थापना हेतु एक-दूसरे की प्रादेशिक अखंडता और प्रभुसत्ता का सम्मान किए जाने की बात कही गई है तथा शांतिपूर्व सह-अस्तित्व की नीति के पालन की भी बात कही गई है। इसी के द्वारा विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है।