प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने 103 मिनट तक भाषण दिया। जानिए उनकी भाषण की 10 खास बातें-
1. ऑपरेशन सिंदूर ने उड़ाई पाकिस्तान की नींद
पीए मोदी ने अपने भाषण में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में ऐसी तबाही हुई है कि उसकी नींद उड़ी हुई है और अगर दुश्मनों ने आगे भी कोई हिमाकत की तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा तथा भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमैल नहीं सहेगा। उन्होंने देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि सिंधु जल समझौता अन्यायपूर्ण और एकतरफा है जो भारत को मंजूर नहीं हैं। मोदी ने कहा कि आज मुझे बहुत गर्व हो रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के वीर जाबांजों को सलामी देने का अवसर मिला है। हमारे जाबांज सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सीमा पार से आए आतंकवादियों ने पहलगाम में जिस तरह से कत्लेआम किया, उससे पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था और पूरा विश्व भी चौंक गया था।
2. दीवाली पर GST की दरें होंगी कम, रोजमर्रा की चीजें होंगी सस्ती
पीएम मोदी लाल किले से 12वीं बार संबोधित करते हुए कहा कि हमें नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म के लिए टास्क फोर्स बनाने का फैसला किया है। हमारा उदेश्य अब हर तरह का सुधार है। इस दिवाली में आपकी डबल दिवाली करने वाला हूं। बड़ा तोहफा देशवासियों को मिलने वाला है। समय की मांग है कि जीएसटी की दरों की समीक्षा हो। हम नई जेनरेशन का जीएसटी रिफॉर्म लेकर आ रहे हैं। सामान्य लोगों के लिए टैक्स कम होगा। जीएसटी की दरें भारी मात्रा में कम होंगी। उन्होंने कहा कि हमने राज्यों के साथ चर्चा की है और हम दिवाली तक अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू करेंगे, जो नागरिकों के लिए दिवाली का तोहफा होगा। आम आदमी की जरूरत की वस्तुओं पर कर में काफी कमी की जाएगी। हमारे एमएसएमई को इसका बहुत फायदा होगा। दैनिक उपयोग की वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी, जिससे हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
3. घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं
अपने भाषण में पीएम ने कहा- मैं एक चुनौती के लिए आगाह करना चाहता हूं। सोची-समझी साजिश के तहत संकट के बीज बोए जा रहे हैं। घुसपैठिए देश के नौजवानों की रोजी छीन रहे हैं, महिलाओं को निशाना बना रहे हैं, आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। जब डेमोग्राफी में बदलाव होता है तो देश में संकट आ जाता है। दुनिया का कोई देश घुसपैठियों को बढ़ावा नहीं दे सकता। पूर्वजों ने हमें यही सिखाया है, इन घुसपैठियों को दाखिल नहीं होने देना है। हमने हाईपावर्ड डेमोग्राफी मिशन शुरू किया है। इसके तहत हम इस संकट से निपटने के लिए आगे बढ़ेंगे।
4. 2047 तक 10 गुना बढ़ाएंगे परमाणु ऊर्जा
प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्रचारी से कहा कि 'हम पेट्रोल-डीजल, गैस को दूसरे देशों से लाखों रुपए खर्च करके लाना पड़ता है। हमने बीड़ा उठाया। 11 साल में सोलर एनर्जी 30 गुना बढ़ चुकी है। हम नए डैम बना रहे हैं, ताकि हाइड्रोपावर का विस्तार हो और क्लीन एनर्जी मिले। ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर इन्वेस्टमेंट हो रहा है। न्यूक्लियर एनर्जी पर भी हम बड़े इनीशिएटिव ले रहा है। 10 रिएक्टर तेजी से काम कर रहे हैं। 2047 तक हम परमाणु ऊर्जा 10 गुना तक बढ़ाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं।'
5. RSS के शताब्दी वर्ष पर संघ के समर्पण को याद किया
पीएम ने RSS के लिए कहा कि 100 साल से पहले एक संगठन का जन्म हुआ- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ। इसने मातृभूमि के लिए समर्पण किया है। यह दुनिया का सबसे बड़ा NGO है। मैं लाल किले की प्राचीर से सभी स्वयंसेवकों का नमन करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें हमारी सभी भाषाओं पर गर्व होना चाहिए। पांडुलिपि में ज्ञान के भंडार हैं। ज्ञान भारत योजना के तहत जहां भी पांडुलिपियां हैं, टेक्नोलॉजी की मदद से इन्हें संजोने का काम कर रहे हैं, ताकि लोगों के लिए काम आएं। देश कोटि-कोटि लोगों ऋषि-मुनि, किसान, मजदूर, सेना के पुरुषार्थ से बनता है।
6. नक्सलवाद 20 जिलों में सिमटा, नौजवान ओलंपिक खेल रहे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हम बदलाव लाने में सफल हुए हैं। देश का बड़ा जनजातीय क्षेत्र नक्सलवाद की चपेट में लहुलुहान हो चुका था। सबसे बड़ा नुकसान आदिवासी लोगों को हुआ। इन लोगों ने अपने परिजन को खो दिए। एक समय था, 125 से ज्यादा जिलों में नक्सलवाद जड़ें जमा चुका था। इसमें जनजातीय नौजवान फंसे थे। आज नक्सलवाद 20 जिलों में सिमट चुका है।एक जमाना था, बस्तर को याद करते ही बम-बंदूक की आवाज सुनाई देती थी। अब बस्तर के नौजवान ओलिंपिक करते हैं। देश ये बदलाव देख रहा है। जो कभी रेड कॉरिडोर जाना जाता था, अब ग्रीन कॉरिडोर बन गया है। आज यहां संविधान, विकास और कानून का तिरंगा फहरा दिया है। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर हमने लोगों को जीवन बचाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
7. महाकुंभ की सफलता भारत की ताकत का प्रमाण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि महाकुंभ में भारत की जीवंतता को साकार होते देखा गया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज के महाकुंभ में हमने देखा कि भारत की जीवंतता किस तरह साकार होती है। करोड़ों लोग एक जगह, एक सोच, एक जीवन, एक प्रयास... यह दुनिया के लिए एक बड़ा आश्चर्य है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, महाकुंभ की सफलता भारत की ताकत का प्रमाण है। हमारा देश भाषाओं की जीवंतता से भरा हुआ है...।
8. देश के लिए चुनौती बना मोटापा
नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि मोटापा देश के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आ रहा है और इसके खिलाफ लड़ाई में सभी को योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले वर्षों में हर तीन में से एक व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त होगा। स्वास्थ्य के मामले में मैं एक चिंता व्यक्त करना चाहता हूं। देश के हर परिवार को इस बात पर चिंतित होना चाहिए कि मोटापा हमारे देश के लिए एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। हमें खुद को मोटापे से बचाना होगा।मोदी ने पहले दिए अपने सुझाव को दोहराते हुए परिवारों से खाना पकाने के लिए 10 प्रतिशत कम तेल खरीदने और उसके उपयोग में भी 10 प्रतिशत की कटौती करने का आग्रह किया।
9. प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वतंत्रता दिवस पर देश के युवाओं के लिए एक नई योजना का ऐलान किया है। इसका नाम है प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि देश के नौजवानों के लिए बड़ी खबर है। आज 15 अगस्त है, आज के ही दिन मेरे देश के युवाओं के लिए एक लाख करोड़ रुपए की योजना हम चालू कर रहे हैं, लागू कर रहे हैं। आज से प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना लागू हो रही है। इस योजना के तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले बेटे- बेटी को 15 हजार रुपए सरकार की तरफ से दिए जाएंगे। कंपनियों को भी जो ज्यादा रोजगार जुटाएगा, उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह योजना करीब 3.5 करोड़ नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर बनाएगी।
10. किसानों की रक्षा के लिए मोदी दीवार की तरह खड़ा है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह इन लोगों की रक्षा के लिए दीवार की तरह खड़े हैं। यह टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) में वाशिंगटन कृषि और डेयरी क्षेत्रों में भारत से शुल्क रियायत की मांग कर रहा है। दबाव बनाने के लिए अमेरिका ने भारत पर भारी शुल्क भी लगाया है। उन्होंने कहा कि मोदी भारत के किसानों, मछुआरों और पशुपालकों से जुड़ी किसी भी हानिकारक नीति के खिलाफ दीवार की तरह खड़ा है। भारत अपने किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के संबंध में किसी भी प्रतिकूल समझौते को कभी स्वीकार नहीं करेगा।'' प्रस्तावित बीटीए में अमेरिका मक्का, सोयाबीन, सेब, बादाम और एथनॉल जैसे उत्पादों पर शुल्क कम करने के साथ ही अमेरिकी डेयरी उत्पादों की पहुंच बढ़ाने की मांग कर रहा है। हालांकि, नई दिल्ली ने इन मांगों का कड़ा विरोध किया है, क्योंकि इनका सीधा असर किसानों पर पड़ेगा। Edited by : Sudhir Sharma