वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जीएसपी (जेनरेलाइज सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस) के तहत भारत को मिला तरजीही व्यापार दर्जा समाप्त कर दिया। इसे मोदी सरकार 2 के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ट्रंप ने कहा कि भारत ने अमेरिका को अपने बाजार तक समान और तर्कपूर्ण पहुंच देने का आश्वासन नहीं दिया है।
उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने चार मार्च को इस बात की घोषणा की थी कि वह जीएसपी कार्यक्रम से भारत को बाहर करने वाले हैं। इसके बाद 60 दिनों की नोटिस अवधि तीन मई को समाप्त हो गई थी। अब इस संबंध में किसी भी समय औपचारिक अधिसूचना जारी की जा सकती है।
जानिए क्या है GSP : सामान्य तरजीही प्रणाली (जीएसपी) अमेरिका द्वारा अन्य देशों को व्यापार में दी जाने वाली तरजीह की सबसे पुरानी और बड़ी प्रणाली है। इसके तहत दर्जा प्राप्त देशों को हजारों सामान बिना किसी शुल्क के अमेरिका को निर्यात करने की छूट मिलती है।
2017 भारत था सबसे बड़ा लाभार्थी : भारत 2017 में जीएसपी कार्यक्रम का सबसे बड़ा लाभार्थी रहा। वर्ष 2017 में भारत ने इसके तहत अमेरिका को 5.7 अरब डॉलर का निर्यात किया था।
अमेरिका को होगा यह नुकसान : ट्रंप ने इस संबंध में अमेरिका के तमाम शीर्ष सांसदों की अपील ठुकराते हुए यह फैसला लिया है। सांसदों का कहना था कि इस कदम से अमेरिकी उद्योगपतियों को प्रतिवर्ष 30 करोड़ डॉलर का अतिरिक्त शुल्क देना होगा।