Donald Trump news in hindi : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस यूक्रेन युद्ध पर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि कुछ बड़ा होने वाला है। कहा जा रहा है कि इस संघर्ष में जल्द ही कोई बड़ा घटनाक्रम देखने को मिल सकता है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत पर 2 चरणों में टैक्स बढ़ाने के भी संकेत दिए। ALSO READ: ट्रंप ने जापान अमेरिका ट्रेड डील को मंजूरी दी, जापान करेगा 550 बिलियन डॉलर का निवेश
ट्रंप ने सीबीसी न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा कि वे रूस और यूक्रेन के हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं। इस मामले में वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से बातचीत भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी दोनों पक्ष पूरी तरह तैयार नहीं हैं, लेकिन बहुत जल्द कुछ होने वाला है।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति से पुतिन की मुलाकात के बाद रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। हाल ही में रूस के मिसाइल और ड्रोन हमले में 15 यूक्रेनी लोगों की मौत हो गई। हालांकि ट्रंप का मानना है कि हालात पर काबू पाया जा सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना कि उन्हें शुरुआत में रूस-यूक्रेन मुद्दा अपेक्षाकृत सरल लगा था, लेकिन यह उनकी सोच से कहीं अधिक उलझा हुआ निकला। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कई ऐसे पेच होते हैं जो सतह पर नजर नहीं आते। नोबल शांति पुरस्कार से जुड़े एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि मैं कोई अवॉर्ड नहीं चाहता, न ही सुर्खियों में रहना चाहता हूं। मेरा लक्ष्य सिर्फ जिंदगियां बचाना है। ALSO READ: ट्रंप ने दिग्गज कारोबारियों को डिनर पर बुलाया, मस्क को नहीं भेजा न्योता
भारत पर और कसेगा शिकंजा : ट्रंप ने ओवल हाउस में मीडिया से बातचीत में कहा कि रूस को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध जारी रखने से रोकने के लिए भारत पर लगाए जाने वाले टैरिफ के 'फेज 2 और 3' अभी तक सामने नहीं आए। उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने विरोधियों को नुकसान पहुंचाने के लिए अपने सहयोगियों पर भी दबाव बनाने से नहीं हिचकिचाता। भारत के लिए यह एक मुश्किल स्थिति है, क्योंकि उसे अपने ऊर्जा और रक्षा हितों के लिए रूस के साथ संबंधों को संतुलित करना पड़ता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक रिपोर्टर के सवाल पर चिढ़कर कहा कि आपको कैसे पता कि कोई कार्रवाई नहीं हुई? क्या आप यह कहेंगे कि भारत पर सेकंडरी प्रतिबंध लगाना, जो चीन के बाहर (रूसी तेल का) सबसे बड़ा खरीदार है। क्या आप कहेंगे कि यह कोई कार्रवाई नहीं थी? इससे रूस को अरबों डॉलर का नुक़सान हुआ। आप इसे कोई कार्रवाई नहीं कहते? मैंने अभी फेज 2 या फेज 3 तो शुरू भी नहीं किया है।