वाशिंगटन। अतिसुरक्षित कहे जाने वाले अमेरिकी पोस्टल सिस्टम को धता बताते हुए 2 भारतीय मूल ने अपने अमेरिकी साथियों के साथ मिल कर फर्जी सील और दस्तावेज बनाए और 5 साल में 1.6 करोड़ डॉलर (करीब 109 करोड़ रुपए) की धोखाधड़ी कर डाली।
अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के दो लोगों पर डाक विभाग से 1.6 करोड़ डॉलर (करीब 109 करोड़ रुपए) की धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। योगेश पटेल (58) और अरविंद लक्कमसानी (57) शिकागो के बाहरी इलाके में एकमुश्त डाक भेजने वाली कंपनी प्रोडिगी मेलिंग सर्विस (पीएमएस) चलाते हैं। उन्होंने यह धोखाधड़ी डेविड गर्गनो (51) नाम के अमेरिकी शख्स के साथ मिलकर की।
अमेरिकी न्यूज एजेंसी ने अमेरिका के अटॉर्नी ऑफिस के हवाले से बताया कि गार्गनो डायरेक्ट मेल रिसोर्स इंक का मालिक है। उसका काम ग्राहकों को एकमुश्त डाक भेजने की सेवाएं लेने वाली कंपनियों से मिलवाना था। पीएमएस ऐसी ही कंपनी थी। गार्गनो ने दो एनर्जी कंपनियों को इस कंपनी की सेवाएं दिलाई थीं।
पुलिस जांच में पता चला है कि पटेल और लक्कमसानी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर और गुपचुप तरीके से यूनाइटेड स्टेट पोस्टल सर्विस (यूएसपीएस) की सील का इस्तेमाल करके यह धोखाधड़ी की। उन्होंने इस तरह आठ करोड़ डाक के खर्च के भुगतान को प्रमाणित कर लिया। उनके पास सील तक पहुंच बनाने का कोड भी था। वे वेरिफिकेशन फॉर्मों पर यूएसपीएस के क्लर्क के फर्जी दस्तखत बना लेते थे। यह सब 2010 से 2015 के बीच किया गया।