वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुर्की और कुर्द लड़ाकों के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश की है। ट्रंप ने गुरुवार को ट्वीट कर यह पेशकश की। अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब तुर्की ने उत्तरी सीरिया में कुर्द लड़ाकों के नेतृत्व वाली सेना और इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हमले कर अपने सैन्य अभियान की शुरुआत कर दी है।
ट्रंप ने टि्वटर पर कहा कि हमने इस्लामिक स्टेट के 100 प्रतिशत खलीफा को हराकर उनका सफाया किया है और सीरिया में अब हमारी सेना मौजूद नहीं है और हमने अपना काम पूरी तरह से किया है। अब तुर्की कुर्द लड़ाकों पर हमले कर रहा है, जो पिछले 200 वर्षों से एक-दूसरे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में तुर्की और कुर्द लड़ाकों के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश करते हुए लिखा कि हमारे पास 3 विकल्प हैं- हजारों सैनिकों को वहां भेजना और सैन्य जीत हासिल करना, तुर्की पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाकर उसको वित्तीय रूप से कमजोर कर देना अथवा तुर्की और कुर्द लड़ाकों के बीच मध्यस्थता कर एक समझौता करवाना।
तुर्की के इस सैन्य अभियान की अरब लीग, यूरोपीय संघ के सदस्यों समेत पश्चिमी देशों ने भी आलोचना की है। गौरतलब है कि अमेरिका समर्थित कुर्द लड़ाके सीरिया में अपने सहयोगियों के साथ इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ रहे हैं।