अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि मैं आपको उस बिंदु की ओर ले जाना चाहता हूं जो राष्ट्रपति ने साल 2015 के अपने भारत दौरे के समय रखा था जहां उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि अमेरिका की राय है कि भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था की जरुरतों को पूरा करता है और एनएसजी की सदस्यता के लिए तैयार है।