अगले साल 6 मई को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में होने वाले राज्याभिषेक समारोह में महारानी कैमिला ताज में कोहिनूर नहीं पहनेंगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक 105 कैरेट के इस हीरे के स्वामित्व को लेकर लंबे समय विवाद चला आ रहा है। माना जा रहा है कि इसी घबराहट के चलते महारानी के ताज में कोहिनूर नहीं होगा। भारत इस पर अपना हक जताता रहा है। इसके शापित होने की कहानियों के चलते शाही परिवार के पुरुष इसे नहीं पहनते हैं।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के दावे को लेकर ब्रिटेन के शाही परिवार में घबराहट देखी जा रही है और वर्तमान राजा इन मुद्दों के प्रति बेहद संवेदनशील हैं। हालांकि पुरुष सदस्य इस हीरे को ताज में धारण नहीं करते। इसके पीछे मान्यता है कि इस हीरे को पहनने के बाद व्यक्ति के बुरे दिन शुरू हो जाते हैं।
उत्सव के रूप में होगा राज्याभिषेक समारोह : बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा कि राज्याभिषेक लंबे समय से चली आ रही परंपराओं और शाही शानो-शौकत को प्रदर्शित करने के अलावा सम्राट की मौजूदा और भविष्य की भूमिकाओं को दर्शाएगा। परंपरागत रूप से, राज्याभिषेक विशुद्ध रूप से एक धार्मिक सेवा है, जिसे एक उत्सव के रूप में आयोजित किया जाता है।
पिछले 900 वर्षों से राज्याभिषेक समारोह वेस्टमिंस्टर एबे में आयोजित होता आया है। महारानी का अंतिम संस्कार भी यहीं किया गया था। 1066 के बाद से, राज्याभिषेक सेवा लगभग हमेशा कैंटरबरी के आर्चबिशप द्वारा संचालित की गई है।