कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यह सब इसलिए हो रहा है, क्योंकि सत्ता में बैठी भाजपा ने भेदभाव के लिए हिंसा को खुली छूट दे दी है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने न सिर्फ इन अत्याचारों पर चुप्पी साध ली है, बल्कि संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करके, पुलिस और प्रशासन को ऐसे अपराधों का हथियार और अपराधियों की ढाल बना दिया है। मोदी के दौर में दलित होना, गरीब होना, वंचित होना मानों अपराध बन गया है।
उन्होंने कहा कि गणेश वाल्मीकि की मौत सिर्फ एक इंसान की नहीं, संविधान की हत्या है, बाबा साहेब आंबेडकर के सपनों की हत्या है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं पीड़ित परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ा हूं। यह सिर्फ एक परिवार के इंसाफ की लड़ाई नहीं, यह सामाजिक न्याय और भारत की आत्मा की लड़ाई है। दोषियों पर तत्काल सख्त कार्रवाई हो- यही न्यूनतम न्याय है।(भाषा)