उन्होंने बताया कि हालांकि विश्व खाद्य संगठन के प्रयासों से अब तक सत्तर लाख में से मात्र 31 लाख लोगों तक ही राहत सामग्री पहुंचाई जा सकी है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों के भूखे रहने को देखते हुए अकाल की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसका अर्थ यह है कि अप्रैल माह में चालीस लाख लोगों को खाना उपलब्ध नहीं हो पाया है।